आजमगढ: सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर में चिल्ड्रेन गर्ल्स कॉलेज में 31 जुलाई को संदिग्ध हालत में 11वीं की छात्रा श्रेया तिवारी की मौत के मामले में आज जिला प्रशासन के द्वारा गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम घटनास्थल वाले कॉलेज में पहुंची। चार सदस्य टीम ने कई घंटे तक कॉलेज परिसर में बारीकी से छानबीन की और जरूरी पत्रावलियों को तलब किया।
कॉलेज पहुंची टीम में जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज मिश्रा, जिला अल्पसंख्यक अधिकारी वर्षा अग्रवाल, एक मजिस्ट्रेट और एक अभियंता थे। इस दौरान कॉलेज के मुख्य गेट को बंद कर दिया गया था और बाहर से मीडिया समेत किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को रोक दिया गया था। कई घंटे की पड़ताल के बाद टीम बाहर निकली। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि टीम मानकों के परीक्षण के लिए गई थी। इंफ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा मानकों की जांच की गई थी। कॉलेज की मान्यता के संबंध में कागजात के बारे में पूछे जाने पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन से कहा गया है। जिसमें प्रबंधन ने शाम तक का समय मांगा है। कल तक इसका इंतजार किया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने यह भी कहा कि तमाम गाइडलाइंस के अनुसार काउंसलर की व्यवस्था स्कूल में होनी चाहिए लेकिन यह मैंडेटरी नहीं है। कॉलेज परिसर में मैदान में होने की बात पर कहा कि इसकी फोटोग्राफी की गई है। कल तक निर्णय लिया जाएगा। कक्षा 8 तक की मान्यता के बाद भी 12वीं तक पढ़ाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो यह नहीं होना चाहिए।