आजमगढ़: सदर लोकसभा से सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ पर भाजपा ने फिर एक बार दाव खेला है। मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कहा कि वर्ष 2019 में अगर सपा व बसपा का गठबंधन नहीं होता तो शायद अखिलेश यादव चुनाव हार जाते। बसपा से गठबंधन के कारण वह चुनाव जीत गए थे। उन्होंने कहा कि इस बार बसपा अकेले चुनाव लड़ रही है और वह अपना वोट ले लेगी और अखिलेश यादव चुनाव हार जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काफी काम किया है और जनता उन्हें पसंद करती है। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ में एक साल में जो विकास कार्य हुआ है वह शायद 50 सालों में नहीं हुआ। निरहुआ ने कहा कि आजमगढ़ में नया रेलवे स्टेशन बन रहा है और आजमगढ़ की जनता विकास को देख रही है। उन्होंने कहा कि जो विकास हो रहे हैं वह और तेजी से हो इसलिए 5 साल फिर जनता से मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी हो जाएगी। स्वामी प्रसाद मौर्य के सपा से जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य इसलिए चले गए कि अखिलेश यादव को खुश करने के लिए कभी राम का विरोध करो तो कभी रामायण का विरोध करो इसलिए स्वामी प्रसाद मौर्य चले गए। उन्होंने कहा कि यादव भगवान कृष्ण के वंशज हैं भगवान कृष्णा ने कहा था कि जब-जब इस धरा पर धर्म की हानि होगी उसकी रक्षा करने में स्वयं आऊंगा और उनके वंशज के लोग कितने दिन राम और धर्म का विरोध कर पाएंगे उनके मन में जब आत्मग्लानि हुई तो समझ में आ गया कि अपने धर्म और पहचान की रक्षा करनी है।