आजमगढ़: राज्य सरकार द्वारा दस हज़ार मजदूरों को युद्ध ग्रस्त इज़राइल भेजे जाने के कवायद पर जिला/शहर कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आजमगढ़ ने कडी आपत्ति दर्ज कराई है। शनिवार को राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपकर युद्धक्षेत्र में नागरिकों को भेजे जाने को अमानवीय और भारतीय साख पर बट्टा लगाए जाने जैसा करार दिया।
जिलाध्यक्ष नदीम खान ने कहाकि इज़राइल सरकार द्वारा युद्धग्रस्त क्षेत्र में निर्माण कार्यों के लिए भारत से मजदूरों की मांग की गयी है। जिसमें सूबे की सरकार ने दस हज़ार मजदूरों को भेजने का लक्ष्य रखा है। सरकार का यह निर्णय अपने ही नागरिकों को मौत के मुंह में धकेलने जैसा है। श्री खान ने व्यंग कसा कि एक तरफ भारत सरकार द्वारा वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने का दम भरा जाता है तो वहीं दूसरी तरफ देश के नागरिकों को युद्धग्रस्त क्षेत्र में मजदूरी के लिए भेजकर सरकार भारतीय साख पर बट्टा लगा रही है, जिसका कांग्रेस पूरजोर विरोध करती है।
शहर अध्यक्ष मिर्जा बरकतउल्लाह बेग ने कहाकि इज़राइल और फिलिस्तीन के बीच चल रहे युद्ध में अन्य देश भी शामिल हो गए हैं और यह एक व्यापक और दीर्घकालिक युद्ध बनता जा रहा है। ऐसी दशा में भारतीय नागरिकों को भेजा जाना अमानवीय कृत्य है। उन्होंने कहाकि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने ’भारत एक खोज’ में कहा है कि भारत माता कोई और नहीं इस देश की अवाम है, इसलिए प्रदेश सरकार से कांग्रेस अपील करती हैं कि भारत माता की जान को जोखिम में न डाले।
कांग्रेस शहर अध्यक्ष नजम शमीम ने कहा कि जिस क्षेत्र में हर मिनट पर आसमान से रॉकेट और बम गिराए जा रहे है, उस क्षेत्र में भारतीय मजदूरों को भेजा जाना पूरी दुनिया में बयां करेगा कि भारत के शासकों ने अपनी जनता को इतना गरीब बना दिया है कि वो जीवन व्यापन के लिए ऐसे क्षेत्र में कार्य करने को विवश है। किसी सरकार को आर्थिक आधार पर अपने नागरिकों के जीवन की क़ीमत में अंतर नहीं करना चाहिए। अगर उस समय युद्ध ग्रस्त जगह से अपने नागरिकों को बुलाना ठीक था तो अभी वहाँ अपने गरीब लोगों को भेजना कैसे ठीक हो सकता है।
इस अवसर पर मिर्जा शानेआलम बेग, मो शाहिद खान, राजीव मिश्रा, तेज बहादुर यादव, मुन्नू यादव, मो असलम, रियाजुल हसन, मिर्जा अहमर बेग, कन्हैया राव, नुरूल हक, मास्टर रिजवान अहमद, प्रदीप यादव, मकसूद अहमद, ओंकार सिंह, शंभू शास्त्री, सत्यनरायन सिंह, कैलाश सिंह, मो आमिर, इम्तेयाज शेख, अराफात खान, महेंद्र चौहान, अशहद, तौहिद अहमद आशुतोष उपाध्याय, बृजेश पांडेय आदि मौजूद रहे।