आज़मगढ़ : जहानागंज के ग्राम कनैला करनहट में चकबन्दी प्रक्रिया के अन्तर्गत चकबन्दीकर्ता व लेखपाल आज काश्तकारों का चक काटने अर्थात् सीमांकन कर खूँटा गड़वाने मौके पर पहुँचे तो गाँव के भूमि प्रबन्ध समिति/ चकबन्दी समिति के सदस्यों ने अन्य किसानों के साथ बन्दोबस्त अधिकारी चकबन्दी, आज़मगढ़ को सम्बोधित ज्ञापन सौंपा। जिसमें चकबन्दी विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा चकबन्दी प्रक्रिया के दौरान की गई बड़ी अनियमितताओं का उल्लेख करते हुए तत्काल चकबन्दी प्रक्रिया रोककर समस्याओं के समाधान के बाद ही चकबन्दी प्रक्रिया प्रारम्भ करने का निवेदन किया है। ग्रामीणों के अनुसार राजकीय मेडिकल कॉलेज व सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल आज़मगढ़ का समीपवर्ती गाँव होने के कारण यहाँ की जमीनें व्यवसायिक दृष्टि से बहुत उपयोगी हो गई है, जिसके चलते इस गाँव की जमीनों का मूल्य बहुत ज्यादा हो गया है। जिसके परिणामस्वरुप यहाँ के भू-माफियाओं ने चुपके-चुपके अपने संस्थानों या चकों के पास बहुत ज्यादा भूमि आरक्षित करवा लिया है। जबकि गाँव के गरीब व असहाय किसान जो भूमिहीनों की श्रेणी में आते हैं, उन्हें निराश्रित बना दिया है। इतना ही नहीं गाँव की जरूरत के अनुसार सेक्टर मार्ग व सिंचाई आदि के लिए नाली व नालों की भी व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि दबंग भू-माफियाओं ने आबादी और वृक्षारोपण के नाम पर कई बीघे जमीन दर्ज करवा लिया है।
जिसे लेकर ग्रामीणों में जहाँ रोष व्याप्त है, वहीं ग्राम प्रधान ने आगामी 01 मई 2022 को रविवार के दिन ग्राम सभा की खुली बैठक बुलाकर जनहित में सर्वसम्मति से निर्णय लेने की बात कही है। किन्तु चकबन्दी विभाग के बड़े अधिकारी गाँव के प्रबुद्ध ग्रामीणों एवं ग्राम प्रधान पर नाजायज दबाव बना रहे हैं ताकि उनके काली करतूतों की पोल न खुल जाय। इसीलिए नवागत जिलाधिकारी को चाहिये कि वह ग्रामीणों के हित को ध्यान में रखते हुए चकबन्दी विभाग के अधिकारियों को सबके साथ न्याय करने को कहें। नहीं तो गाँव के किसान अपने वाजिब हक के लिए भविष्य में धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
ज्ञापन सौंपने के अवसर पर ग्राम प्रधान मेवाती देवी, उनके पति रामवृक्ष राजभर, भूमि प्रबन्ध समिति/ चकबन्दी समिति के सदस्यों में संग्राम पाल, राधिका देवी, आत्मा राम, अमलेश पाण्डेय, मीना देवी, आशा पाण्डेय, चकबन्दीकर्ता सन्तराम व लेखपाल राजीव कुमार मौर्य के अलावा गाँव के रमेश पाण्डेय, देवनाथ राम, सुनील पाण्डेय, मधुसूदन पाण्डेय, प्रदीप कुमार पाण्डेय, राजनारायण पाण्डेय, राजेन्द्र पाण्डेय, अरविन्द वर्मा, दुर्गाप्रसाद पाण्डेय, अरुण पाण्डेय, अमित कुमार राजभर सहित अनेकों लोग उपस्थित रहे।