आजमगढ़ की सिधारी थाने की पुलिस ने एक फर्जी मजिस्ट्रेट को गिरफ्तार किया है, जो नौकरी दिलाने के नाम लोगों के साथ ठगी करता था। इतना ही नहीं वह फर्जी मजिस्ट्रेट लिखी गाड़ी से चलता था। पुलिस ने चार पहिया गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। उसके पास से 95 हजार रूपये, 2 परिचय पत्र सचिवालय उत्तर प्रदेश शासन, आधार कार्ड कूट रचित, 3 कूट रचित नम्बर प्लेट व 3 मोबाल बरामद किया गया।
पुलिस के अनुसार 14 अक्टूबर को काशिफ निवासी मुहल्ला सिधारी, पठानटोली द्वारा थाने में शिकायत किया गया कि जियाउल इस्लाम सिद्दीकी निवासी धकेरा तहसील लहरपुर जनपद सीतापुर ने जाहिद उर्फ गोलू को नौकरी दिलाने के नाम पर 14 लाख रूपये ले लिया। सिधारी थाने की पुलिस ने मामले में मुकदमा सं. 402/2023 धारा 420, 419, 467, 468, 471 आईपीसी के तहत दर्ज किया। जिसकी विवेचना व कार्रवाई में अभियुक्त जियाउल इस्लाम सिद्दीकी को सिधारी क्षेत्र के हाइडिल चौराहे से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त जियाउल इस्लाम सिद्दीकी ने बताया कि मैं वर्ष 2001 मैं संविदा पर सचिवालय लखनऊ में नौकरी करता था। वर्ष 2015 में मेरी छटनी कर निकाल दिया गया। उसी का लाभ उठाकर फर्जी परिचय पत्र मजिस्ट्रेट के नाम से लखनऊ सचिवालय से बनवाकर तथा गाड़ी में मजिस्ट्रेट का फर्जी बोर्ड लगाकर चलता हूँ और नौकरी दिलाने के नाम पर इसी परिचय पत्र को दिखाकर लोगों से पैसा ले लेता था।