आजमगढ़: पुलिस मुठभेड़ में घायल बदमाश के मामले में जो सच खुलकर सामने आया है वह हैरान करने वाला है। शहर के प्रतिष्ठित डाक्टर संजय कुमार यादव पुत्र रामसूरत यादव निवासी मुहल्ला गुलामी का पूरा द्वारा थाना कोतवाली में तहरीर देकर अवगत कराया गया था कि एक अज्ञात नम्बर द्वारा उनको 9 अक्टूबर को फोन कर 60 लाख रूपये की रंगदारी मांगी गई, पुनः 10 अक्टूबर व 11 अक्टूबर को 40 लाख की रंगदारी देने की बात कही गई और पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी भी दी। पुलिस द्वारा मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गयी थी। आज सुबह थाना प्रभारी कोतवाली शशिमौली पाण्डेय को मुखबिर से सूचना मिली कि डा0 संजय से रंगदारी मांगने वाला अपराधी उकरौड़ा की तरफ से सर्विस लेन पकड़कर बनकट की तरफ आ रहा है। इस सूचना पर उ0नि0 अखिलेश पाण्डेय अपने हमराहियों के साथ सर्विस लेन उकरौड़ा पुलिया पर घेराबन्दी करके सामने से आ रही मोटरसाइकिल को रोकने का प्रयास करने पर मोटरसाइकिल सवार द्वारा जान से मारने की नियत से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दिया गया। पुलिस टीम द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी कार्यवाही की गई जिसमें अपराधी के दाहिने पैर में गोली गली। जिससे वह घायल होकर गिर गया। घायल अभियुक्त की पहचान अम्मार उर्फ निजात पुत्र सुभान अहमद निवासी बनकट थाना मुबारकपुर आजमगढ़ उम्र 22 वर्ष के रूप में हुयी। अभियुक्त को समय प्रातः 06.20 बजे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से 1 देशी तमन्चा 315 बोर, 2 जिन्दा कारतूस 315 बोर, 2 खोखा कारतूस 315 बोर, 1 मोबाईल बरामद हुआ। अभियुक्त को उपचार हेतु चिकित्सालय भेजा गया। पूछताछ में अभियुक्त अम्मार उर्फ निजात ने बताया कि मेरे पिता सुभान अहमद पूर्व में डाक्टर संजय यादव के घर पर फर्नीचर बनाने का कार्य करते थे और ग्राम बनकट में डाक्टर संजय कुमार यादव के फार्म हाउस की बाउन्ड्री निर्माण में भी कार्य कर रहे थे। पिता के कार्य करने के कारण ही अभियुक्त अम्मार उर्फ निजात डाक्टर संजय कुमार यादव से परिचित हो गया था तथा उनके फार्म हाऊस व घर भी जाता था। इनकी सम्पत्ति देखकर मैंने सोचा कि इनसे फोन कर के डरा धमकाकर पैसे की मांग करने से कुछ पैसा मिल जाएगा इसलिए मैंने घटना की।