आजमगढ़। मुजफ्फरनगर में मंसूरपुर थाना क्षेत्र के खुब्बापुर गांव स्थित नेहा पब्लिक स्कूल की महिला शिक्षिका तृप्ती त्यागी के वायरल वीडियो को लेकर आजमगढ़ में भी आक्रोश फूट पड़ा। प्रकरण को लेकर जिला कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग आजमगढ़ ने शनिवार को राज्यपाल को संबोधित पत्रक जिला प्रशासन को सौंपकर नफरत फैलाने वाली महिला शिक्षिका को बर्खास्त करते हुए यूपी में ऐसे कृत्यों पर सख्ती से लगाम लगाए जाने की मांग किया। इस दौरान कांग्रेसजनों ने जमकर नारेबाजी किया और नफरत का बाजार बंद करो, शिक्षिका को बर्खास्त करो की मांग की।
जिलाध्यक्ष नदीम खान ने कहाकि शिक्षिका तृप्ती त्यागी द्वेष की भावना के साथ ग्रसित है, उन्होंने बहुसंख्यक छात्रो को उकसाते हुए विद्यालय में पढ़ने वाले अल्पसंख्यक वर्ग के मासूम बालक को लगातार कई छात्रों से जबरन थप्पड़ से मरवाकर बच्चों के मन-मस्तिष्क में नफरत का जहर बोने का काम किया है। उन्होंने कहाकि जिसका वीडियो भी लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है ऐसा कृत्य सभ्य समाज के लिए निहायत ही घटिया शर्मनाक व अशोभनीय है। ऐसा प्रतीत होता है कि उक्त महिला शिक्षिका घटिया मानसिकता की शिकार है। ऐसे लोगों को किसी भी संस्था में तैनात होना समाज के लिए खतरनाक हैं। लिहाजा उक्त महिला शिक्षिका के खिलाफ कठोर कार्यवाही किया जाए ताकि विकृत मानसिकता पर अंकुश लग सकें।
शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष नजम शमीम ने कहाकि वीडियो वायरल होने के बावजूद अब तक उक्त शिक्षिका के खिलाफ कार्यवाही नहीं हुई जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है साथ ही प्रदेश सरकार के इशारे पर लगातार थाना पुलिस व विभाग द्वारा पूरे मामले पर लीपापोती की जा रही है। ऐसा ही रहा तो पूरे प्रदेश में ऐसी घटनाओं की बढ़ोत्तरी होगी और सामाजिक ढांचा टूटेगा। भाजपा सरकार ऐसे ही जहर घोलने वाले मामलो पर राजनीतिक रोटी सेंकने का काम करती है। लिहाजा कांग्रेसजनों ने राज्यपाल को पत्रक भेजकर मामले में हस्तक्षेप की मांग किया।
शहर अध्यक्ष बरकतउल्लाह बेग ने कहाकि प्रकरण में पीड़ित छात्र के पिता पर लगातार दबाव बनवाया जा रहा है जिसके परिवार की भी सुरक्ष़्ा खतरे में है। पीड़ित छात्र के पिता ने थाना पुलिस से किया तो मौके पर ग्रामीण भी जुट गए, लगातार विद्यालय के शिक्षिका का बचाव करने लगे। जिसके बाद से ही लगातार पुलिस और शिक्षा विभाग मिलकर मामले में लीपापोती की जा रही है। जिस पर हम चुप नहीं बैठेंगे।
इस अवसर पर अशफाक अंसारी, मो असलम, तेजबहादुर, मो शाहिद खान, मिर्जा अहमर बेग, मिन्हाज, अब्दुल कलाम, मो आदिल, असफर रिजवान, अनीस अहमद अंसारी, अब्दुज्जर सालिम, जावेद शाह आदि मौजूद रहे।