आजमगढ़: हरबंशपुर स्थित चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज 31 जुलाई को संदिग्ध हालत में छात्रा की मौत के मामले में पुलिस कार्रवाई के बाद भी माहौल गर्म होता जा रहा है। पुलिस ने मामले में स्कूल की प्रिंसिपल और एक टीचर को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जिसको लेकर आज 8 अगस्त को आजमगढ़ समेत पूरे सूबे में स्कूलों ने बंद रखने का ऐलान किया है जिसमें आज बच्चों को स्कूल में आने से मना किया है। जबकि टीचर और स्टाफ आए हैं। काली पट्टी बांधकर विचार विमर्श कर रहे। इसी के विरोध में अभिभावक संघ समेत तमाम सामाजिक संगठनों ने सामूहिक रूप से आजमगढ़ शहर में जुलूस निकाला और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जब संदिग्ध हालत में मौत हुई थी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था कार्यवाही की गई थी मामला न्यायालय में था तो आखिर पूरे प्रदेश में स्कूलों को बंद करके क्या संदेश दिया जा रहा है दबाव बनाया जा रहा है। स्कूलों से यह क्या संदेश दिया जा रहा है। फीस नहीं मिलने पर प्रताड़ित किया जाता है और भी तमाम तरीके से प्रताड़ित किया जाता है। आज की फीस भी ली जाएगी तब अपने से क्यों छुट्टी की जा रही है। जिन स्कूलों ने जो पैसों की फैक्ट्रियां लगाई है उस पर कोई आंच न आए इसके लिए दबाव की राजनीति की जा रही है। इसीलिए तमाम सामाजिक संगठन 8 अगस्त को स्कूलों के बंद के विरोध में 9 अगस्त को लोगों को अपने बच्चों को स्कूल में न भेजने की अपील कर रहे हैं।