पूर्वांचल जनपदों के सर्वांगीण विकास हेतु दिये गये सुझावों के अनुरूप कार्य होना आवश्यक : उपाध्यक्ष, पूर्वांचल विकास बोर्ड
बोर्ड के गठन के उपरान्त मण्डल के जनपदों में विकास कार्यों में आई है तेजी : मण्डलायुक्त
चारागाह की भूमियों को कब्जामुक्त कराकर गोशालाओं के लिए हरे चारे की हो रही है व्यवस्था : जिलाधिकारी
आज़मगढ़ 4 अगस्त पूर्वांचल के जनपदों के सर्वांगीण विकास एवं क्षेत्रावासियों के आर्थिक, शैक्षिक उत्थान के दृष्टिगत प्रदेश के मा. मुख्यमन्त्री की अध्यक्षता में गठित पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक बोर्ड के उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक की अध्यक्षता में शुक्रवार को मण्डलायुक्त कार्यालय के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री सिंह ने कहा कि बोर्ड के सदस्यों द्वारा पूर्वांचल के अन्तर्गत आने वाले सभी जनपदां का भ्रमण कर क्षेत्रीय आवश्यकताओं एवं लोगों के समक्ष आ रही समस्याओं का आंकलन करने के उपरान्त बैठक में जो सुझाव दिये गये हैं, उसके अनुसार कार्य होना आवश्यक है, जिससे पूर्वांचल के जनपदों में विकास के नये आयाम स्थापित हो सकें। उन्होंने जनपद आज़मगढ़ की कुछ सड़कों को फोर लेने किये जाने एवं कुछ सड़कों के चौड़ीकरण का सुझाव दिया। इसके साथ ही उन्होंने विद्युत सुधार, स्कूल स्थापना, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने, उद्योग स्थापना सहित कई अन्य बिन्दुओं पर सुझाव दिया। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश के मा. मुख्यमन्त्री जी के निर्देश पर पूर्वांचल के सभी 8 मण्डलों में बैठक कर आवश्यकताओं और सुझावों से उन्हें अवगत कराया दिया गया है।
मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्वांचल के जनपदों में विकास की अपार संभावनायें हैं, जिसके दृष्टिगत 2018 में पूर्वांचल विकास बोर्ड का गठन हुआ है। बोर्ड गठन के उपरान्त मण्डल के जनपदों के विकास में तेजी आई है। मण्डलायुक्त ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे बन जाने से आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, अम्बेडकरनगर जनपद को काफी लाभ मिला है। इसके अलावा आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय एवं अटल आवासीय विद्यालय की स्थापना हुई है जिससे जनपद में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जनपदवासियों को एयरपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध हो जायेगा। इसी प्रकार जनपद बलिया में भी विश्वविद्यालय की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज और 100 बेड हास्पीटल की स्थापना के बाद जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था भी ठीक हुई है। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने लुम्बिनी-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग, वाराणसी-मऊ-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, आज़मगढ़-गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे से तथा हरिहरपुर में संगीत महाविद्यालय की स्थापना से जनपदवासयों को होने वाले लाभ के सम्बन्ध में बताया। उन्होंने ओडीओपी योजना से ब्लैक पाटरी एवं हथकरघा उद्योग को होने वाले फायदों के बारे में भी बताया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए विशेष सचिव, नियोजन, उप्र शासन आशुतोष निरंजन ने कहा कि शासन स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित बोर्ड में कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ ही विकास से सम्बन्धित सभी सचिव सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि समय-समय पर बोर्ड की आयोजित बैठकों में पूर्वांचल के सभी 8 मण्डल के जनपदों से कुल 724 विषय निकल कर आये हैं जो 48 विभागों से सम्बन्धित हैं। इन 48 विभागों के माध्यम से कार्य कराये जाने हेतु 1-1 नोडल अधिकारी नामित किये गये हैं, जिसके अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। विशेष सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वीरेन्द्र सचान ने बताया कि पूर्व में जो सुझाव आये थे उसका अनुपालन हो गया है। चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए शासन स्तर से सार्थक प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने 28 जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की चल रही योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया।
जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद में 4 वृहद गोआश्रय स्थल एवं 79 अस्थायी गो संरक्षण केन्द्र स्थापित हैं, जिसमें कुल 8885 गोवंश संरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि गोआश्रय स्थलों के समक्ष कोई वित्तीय समस्या नहीं है। जिलाधिकारी ने बताया कि संरक्षित गोवंश को हरे चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए चारागार की भूमियों को कब्जामुक्त कराकर उसमें चारे की बुवाई कराई जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ कैटिल कैचर की खरीद की गयी है कुछ और क्रय किये जाने की प्रक्रिया चल रही है। जिलाधिकारी श्री भारद्वाज ने कहा कि स्थानीय कृषि महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्रों के समक्ष आ रही दिक्कतों के दृष्टिगत महाविद्यालय को भूमि उपलब्ध कराये जाने की कार्यवाही भी चल रही है।
बैठक में क्षेत्रीय भ्रमण के उपरान्त विभिन्न जनपदों से आये सदस्यों द्वारा क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया। बोर्ड के सदस्य जयप्रकाश निषाद (गोरखपुर) ने शिक्षा व्यवस्था, बाढ़ आपदा प्रबन्धन, श्रमिकों के हितार्थ संचालित योजनाओं, समाज कल्याण की योजनाओं के बारे में, अरविन्द पटेल (बस्ती) ने विद्युत, पीएम आवास, परदेशी रविदास (महराजगंज) ने जल जीवन मिशन, दिव्यांगजन सशक्तीकरण को सीएम आवास देने, वृक्षारोपण, स्वास्थ्य विभाग से सम्बन्धित, विजय शंकर यादव (गोरखपुर) ने पीएम आवास, सीएम आवास, फसलों को बचाने के लिए जंगलों के किनारे तार बाड़ लगाने, सरयू नहर परियोजना के अन्तर्गत पहुंच मार्ग बनाने, ओपी गोयल (सोनभद्र) ने उद्योग, साडा एवं डिस्ट्रिक्ट मिनरल फण्ड का पोर्टल बनाने, अशोक चौधरी (प्रयागराज) मिलेट की खेती के लिए जागरुकता बढ़ाने, मृदा परीक्षण, नहरो में पानी की कमी, सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराने, जितेन्द्र पाण्डे (गाजीपुर) ने पूर्व में दिये गये प्रस्ताव के अनुसार कार्यवाही कराये जाने, गाजीपुर में विश्वविद्यालय स्थापना, सब्जी भण्डारण की व्यवस्था किये जाने, महार मन्दिर को पर्यटन स्थल घोषित किये जाने के सम्बन्ध में तथा विजय विक्रम सिंह (अमेठी) ने आज़मगढ़ में उद्योग स्थापना, मुबारकपुर की रेशमी साड़ी एवं निजामाबाद की ब्लैट पाटरी के लिए मार्केंटिंग हब बनाने, ब्लैक पाटरी की मिट्टी के लिए पोखरे का आवंटन, बलिया में लॉ कालेज बनाने का सुझाव दिया।
मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने सदस्यों द्वारा बताई गयी समस्याओं के सम्बन्ध में बोर्ड को विस्तार से अवगत कराया गया। इससे पूर्व मण्डलायुक्त मनीष चौहान व जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने पुष्पगुच्छ देकर उपाध्यक्ष, पूर्वांचल विकास बोर्ड नरेन्द्र सिंह का स्वागत किया, जबकि अपर आयुक्त कमलेश कुमार अवस्थी ने बोर्ड की सभी सदस्यों को पुष्टगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। बैठक का संचालन बोर्ड के निदेशक पीके अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी रामदरश व राजेश कुमार, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या डा.नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार के साथ ही सभी विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।