आज़मगढ़: मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने बुधवार को आयुक्त सभागार में आयोजित मण्डलीय उद्योग बन्धु की अध्यक्षता करते हुए कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप मण्डल के जनपदों में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की कार्यवाही में तेजी लाई जाये। जनपद आज़मगढ़ में औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने हेतु भूमि की उपलब्धता के सम्बन्ध में यूपीसीडा गोरखपुर के प्रबन्धक द्वारा अवगत कराया गया कि इसके लिए पूर्वांचल एकसप्रेसवे के सन्निकट पर्याप्त भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रही है। अधिकारियों से निरन्तर सम्पर्क कर भूमि की उपलब्धता के लिए प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में आज़मगढ़ में तैनात उद्यमी मित्र द्वारा अवगत कराया गया कि औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाने हेतु यूपीडा द्वारा तहसील फूलपुर के अन्तर्गत ग्राम खरचन्द में 183 हेक्टेयर भूमि का चिन्हांकन किया गया है, जिसके अधिग्रहण हेतु शासन स्तर पर कार्यवाही विचाराधीन है। इस सम्बन्ध में मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि इस ओर विशेष ध्यान देकर कार्यवाही में तेजी लाई जाय। उन्होंने प्रधानमन्त्री रोजगार गारण्टी योजना, मुख्यमन्त्री युवा स्वरोजगार योजना एवं ओडीओपी की प्रगति की समीक्षा के दौरान एलडीएम को निर्देश दिया कि स्वरोजगार के इच्छुक अभ्यर्थियों को बैंकों द्वारा मार्जिनमनी समय से उपलब्ध कराई जाय। बैठक में जीआईएस के सम्बन्ध में भी विस्तार से चर्चा की गयी।
उद्यमियों की समस्याओं की सुनवाई के दौरान जनपद मऊ के एक उद्यमी द्वारा अवगत कराया गया कि मऊ में औद्योगिक आस्थान एवं औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत पंजीकृत कर्मचारियों हेतु स्थापित क्लीनिक का भवन काफी पुरान और जीर्णशीर्ण स्थिति में है तथा वहॉं समुचित चिकित्सा व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं है। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने इस सम्बन्ध में उप श्रमायुक्त को निर्देश दिया कि उक्त क्लीनिक का निरीक्षण करंे, पंजीकृत कर्मचारियों के पूर्ण विवरण के साथ आख्या दें। इसी क्रम में उपस्थित उद्यमियों द्वारा बताई गयी अन्य समस्याओं के सम्बन्ध में मण्डलायुक्त ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर अपर आयुक्त (प्रशासन) केके अवस्थी, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) एबी सिंह, संयुक्त आयुक्त उद्योग रंजन चतुर्वेदी, प्रबन्धक यूपीसीडा संजय तिवारी, उपायुक्त उद्योग आज़मगढ़ एवं मऊ क्रमशः एसएस रावत एवं राजेश रोमन, सहायक आयुक्त उद्योग मऊ सगीर अहमद सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा उद्यमीगण उपस्थित थे।